[2024] रेडीमेड कपड़े की दुकान कैसे खोलें?

दोस्तों क्या आप भी इंटरनेट पर सर्च करते है की रेडीमेड कपड़े की दुकान कैसे खोलें? और अब तक कोई संतोषजनक जवाब नही मिला, तो ये आर्टिकल आपके लिए ही है. क्योकिं रेडीमेड कपड़े का बिजनेस बहुत तेजी से बढ़ रहा है, यहाँ तक की भारत के GDP में 2.3% का योगदान इसी बिजनेस का है. ऐसे में आपका भी जानना जरूरी है की आखिर रेडीमेड कपड़े का बिजनेस कैसे करे.

वैसे भी एक कहावत है की रोटी, कपड़ा और मकान आदि काल से सभी को जरूरत था और आदि काल तक जरूरत रहेगा. मतलब कपड़ा के बिजनेस में नुक्सान होने का संभावना न के बराबर है. खाशकर भारत में शादी और पर्व त्यौहार में कपड़े की दुकान इतना ज्यादा चलता है, की आप पुरे साल का मुनाफा बस कुछ दिनों में कर लेंगे. 

जब कपड़ा के बिजनेस में इतना ज्यादा मुनाफा है और आप किसी नए बिजनेस आईडिया के तलाश में है तो आपको ये बिजनेस जरुर करना चाहिए. अब सवाल आता है की रेडीमेड कपड़े का बिजनेस कैसे करे?, तो फिक्र मत कीजये क्योकि अगले 10 मिनट में इस आर्टिकल को पढ़ कर सब कुछ जान लेंगे.

रेडीमेड कपड़े की दुकान कैसे खोलें
रेडीमेड कपड़े की दुकान कैसे खोलें

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रेडीमेड कपड़े की दुकान कैसे खोलें?

दोस्तों अक्सर ऐसा देखा गया है की लोग किसी भी बिजनेस में मुनाफा देख कर सुरु कर देते है, ऐसे में उनके बिजनेस में नुक्सान होने का संभावना बहुत ज्यादा होता है. इसलिए जरूरी है की जब आप रेडीमेड कपड़े का बिजनेस सुरु कर रहे है तो सबसे पहले मार्केट रिसर्च करें. क्योकि जब आप मार्केट रिसर्च कर लेते है तो बहुत से गल्तियों को करने से बच जाते है.  

अब सवाल आता है की रेडीमेड कपड़े की दुकान कैसे खोलें?, वैसे तो दूकान खोलना कोई बड़ी बात नही है. लेकिन खोलने से पहले बहुत सारा बात ध्यान में रखना चाहिए जैसे की आप किस तरह का कपड़ा बेचने वाले है मतलब mail का या femail का. जब आप gender decide कर ले तो ये समझना होगा की आप अन्दर में पहनने वाला कपड़ा बेचना चाहते है या पुरा कपड़ा.

हालाकि ये इस बात पर भी निर्भर करता है की आपके पास कितना निवेश है, अगर आप कम निवेश के साथ बिजनेस सुरु करना चाहते है तो अन्दर में पहनने वाला कपड़ा से बिजनेस की सुरुआत करे. साथ ही अपने आस पास के क्षेत्रो में भी देखे की किस तरह का कपड़ा बिक रहा है. 

हालाकि गाव के लोगो के मन में भी ये सवाल रहता है की रेडीमेड कपड़े का बिजनेस कैसे करे?. तो उनको भी सबसे पहले अपने गाव में रिसर्च करना चाहिए, की किस तरह का कपड़ा आपके गाव में बिकता है. जिससे आपको अपने बिजनेस के लिए कपड़ा का चुनाव करने में मदद होगा.

जब आप मार्केट रिसर्च करते है तो आप अपने competitor को समझ सकेंगे, की वो किस-किस तरह का कपड़ा बेच रहे है साथ ही उनके द्वार दिया जाने वाला डिस्काउंट और ऑफर क्या है. उसी के आधार पर आप अपने ग्राहक को डिस्काउंट और ऑफर देंगे.    

रेडीमेड कपड़े की दुकान के लिए जगह का चयन कैसे करें?

उपर आप समझे की कपड़े का धंधा कैसे किया जाता है?. अब सवाल आता है की कपड़ा के बिजनेस के लिए सही जगह का चयन कैसे करे, ताकि आपका बिजनेस पहले दिन से ज्यादा से ज्यादा चले. किसी भी बिजनेस को करने का सबसे अच्छा जगह वो होता है जहा पर उस तरह का बिजनेस किया जाता है. इसलिए दूकान के लिए जगह का चयन करते वक्त कपड़ा मंडी को प्राथमिकता देना चाहिए.

इसके अलावा शोपिंग मोल में भी रेडीमेड कपड़ा का बिजनेस कर सकते है क्योकिं ऐसे जगह पर लोग कुछ खरीदने के इरादे से आते है. ऐसे में अगर आपके शॉप में बेहतर डिजाइन का कपड़ा होगा तो आपके दूकान में भी ग्राहक आएँगे, वैसे भी अब वो जमाना गया जब कपड़ा सिला कर पहना जाता था. 

रेडीमेड कपड़े की दुकान के लिए जगह का चयन करते वक्त कुछ बातो का ध्यान रखे जैसे की 

  • भीड़ भाड़ वाले जगह का चयन करे, जहाँ लोग कुछ खरीदने के इरादें से जाते है.
  • शोपिंग मोल में
  • कपड़ा मंडी में जहाँ रेडीमेड कपड़ा बिकता है, क्योकि ऐसे जगह पर ग्राहक खुद कपड़ा खरीदने के इरादें से आते है. हालाकि कपड़ा मंडी में पहले से बहुत दूकान होगा जिस कारन से आपको अपना नाम बनाने में समय लगेगा, लेकिन पहले दिन से आपको ग्राहक मिलना सुरु हो सकता है.
  • वैसा मार्केट में जहा कपड़ा का दूकान कम या ना हो, ऐसे जगह पर बिजनेस को जमने में समय लगता है लेकिन ऐसे मार्केट में आपके बिजनेस को पहचान मिलेगा.   

रेडीमेड कपड़े की दुकान के नाम

दोस्तों अक्सर ऐसा देखा गया है की लोग अपने बिजनेस का नाम रखते वक्त बहुत ज्यादा जल्दबाजी करते है, और बिना सोंचे समझे कुछ भी रख लेते है. लेकिन ऐसा नही करना चाहिए क्योकिं जब आपका बिजनेस बरा हो जाता है, तो कॉपीराइट के लिए उस नाम को रजिस्टर करवाना होता है. ऐसे में अगर रेडीमेड कपड़े की दुकान के नाम पर पहले से किसी ने रजिस्टर किया हुआ है तो आपके बिजनेस का ब्रांड नही बन पाएगा. 

ध्यान रहे बिजनेस का नाम एक से दो शब्द का ही हो क्योकि ज्यादा लम्बा नाम लोगो को याद नही रहता है और अगर लम्बा नाम रख रहे है तो उसका शोर्ट नाम भी रखे. अपने रेडीमेड कपड़े की दुकान के नाम को रखने से पहले आपको अच्छे से रिसर्च करना चाहिए. अगर संभव हो तो ऐसा नाम चुने ताकि उस नाम से आपका बिजनेस पता चले. 

रेडीमेड कपड़ों की दुकान काउंटर डिजाइन

रेडीमेड कपड़े का बिजनेस में काउंटर का बहुत ज्यादा महत्व है. क्योकि सबसे पहले दिखता भी यही है और इसी पर अपने ग्राहक को कपड़ा दिखाने वाले है. इसलिए जब आप काउंटर बनवा रहे हो तो दो बातों का ध्यान रखे, पहला की ये attrective दिखे और दूसरा की इसके उपर enough space हो जहाँ ग्राहक को कपड़ा दिखा सके.

वैसे आज कल दो-दो काउंटर बनाया जाता है पहला फ्रंट में होता है जो दूकान का शो बढ़ता है इसमें पैसे और जरूरत के कागज को रखने के लिए बहुत सारा दराज बना होता है. साथ ही दूसरा काउंटर दूकान के अन्दर ग्राहक को कपड़ा दिखने के लिए होता है. आप चाहे तो काउंटर को आकर्षक बनाने के लिए लाइट का भी इस्तेमाल कर सकते है.

कपड़े की दुकान को कैसे सजाएं?

फर्क इस बात से नही पड़ता है की आपके दूकान में कितना बेहतर कपड़ा है, बल्कि ग्राहक को फर्क इस बात से पड़ता है की आप अपने दूकान को किस तरह से सजा के रखते है. क्योकि first impression is last impression. इसलिए कपड़ा के दूकान को सजाने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखे.

  • अलग अलग तरह का पुतला को लगा सकते है.
  • समय समय पर पुतला का कपड़ा बदलते रहे.
  • कपड़ा रखने के लिए डिजाई वाला बॉक्स बनाए.
  • दूकान में बेहतर लाइट का व्यवस्था रखे, जो कपड़ा पर फोकस हो.
  • दूकान में वैसे शीशा का ईस्तेमाल करे, जिसमे लोग पतला दीखते है, क्योकिं इसी तरह का शीशा का ईस्तेमाल मोल में भी किया जाता है.

कपड़ों की दुकान में कितना वैरायटी रखें?

कपडे के दूकान में कितना प्रकार का कपड़ा रखना चाहिए ये इस बात पर निर्भर करता है की आप किस तरह का बिजनेस करने वाले है. क्योकि कपड़ा का बिजनेस gender और age के आधार पर किया जाता है, और हर gender में अलग अलग उम्र के लोगो के लिए बहुत सारा कपड़ा है जैसे लडकियों के लिए फ्रोक, सूट, सलवार, लेगिज, innerwear etc, तो वही महिलाओं के लिए साड़ी,साया, ब्लाउज, innerwear etc. हालाकि हर कपड़ा खुद में समुन्दर है जैसे की अगर आप साड़ी का बिजनेस करते है तो साड़ी में ही इतना वैरायटी है की आप उतना वैरायटी रख नही पाएँगे. 

जिस तरह से लडकियों का कपड़ा है उसी तरह से लड़को का भी कपड़ा होता है, इसलिए अगर आप सोच रहे है की कपड़ो की दुकान में कितना वैरायटी रखें?, तो इन तिन बातो को ध्यान में रखे.

  • Male या female में से किसी एक gender को पकड़े.
  • उस gender अन्दर या बाहर का कपड़ा रखे.
  • उस gender के किसी एक age ग्रुप को target करे.
  • अगर आप चाहे तो किसी भी gender के एक segment का कपड़ा बेच सकते है जैसे की साड़ी, जींस, सूट etc.

बच्चों के रेडीमेड कपड़े 0–10

रेडीमेड कपड़े का होलसेल मार्केट

दोस्तों ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए रेडीमेड कपड़े का होलसेल मार्केट से ही खरीदना चाहिए, हालाकि ये होलसेल दुकान या फैक्ट्री हर सहर में नही होता है. इसलिए सबसे पहले आपको एक लिस्ट बनाना चाहिए, जिसमे उन सभी कपड़ो का नाम और डिजाइन होगा जिसका आपके क्षेत्र में डिमांड है. जब आपका लिस्ट तैयार हो जाए तो आपके पास 2 ऑप्शन है या तो आप खुद से फैक्ट्री या होलसेल दूकान जाके खरीदे या फोन पर आर्डर करके मंगा सकते है. क्योकि अब ज्यादातर फैक्ट्री ऑनलाइन delavery का ऑप्शन देती है.

हालाकि सभी तरह का कपड़ा आपको एक जगह नही मिलेगा क्योकि लडकियों और महिलाओं के ज्यादातर कपड़ा का फैक्ट्री सुरत में है, जब्कि लुधियाना में लड़को के कपड़ा का फैक्ट्री है. साथ ही दिल्ली का चांदनी चौक भी कपड़ा के लिए famous है. हम आपको निचे कुछ कपड़ो के फैक्ट्री का लिस्ट दे देते है आप इन सभी जगह से भी होलसेल कपड़ा खरीद सकते है. 

  • रेडीमेड कपड़े का होलसेल मार्केट delhi गांधी नगर
  • कानपुर रेडिमेट थोक बाजार
  • जोहरी बाजार जयपुर या जयपुर होलसेल मार्केट   
  • सूरत का होलसेल मार्केट 
  • चांदनी चौक मार्केट दिल्ली 
  • साड़ी मार्केट तमिलनाडु 
  • दादर फुल बाजार मुंबई 
  • लाल बाजार हैदराबाद 
  • हजरतगंज मार्केट लखनऊ   
  • बेगम बाजार हैदराबाद 
  • कॉलेज स्ट्रीट कोलकाता 

रेडीमेड कपड़े की दुकान खोलने के लिए लाइसेंस

अगर आप कपड़ा का बिजनेस एकदम छोटे लेवल से सुरु कर रहे है तो फिर आपको किसी भी प्रकार के लाइसेंस या रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं है. लेकिन जब आपका बिजनेस grow करेगा तो आपको अपने बिजनेस के लिए मुखरूप से 4 प्रकार का कागजी कार्यवाही करना परेगा. 

  1. GST number
  2. Trade licence
  3. TIN number
  4. Form 32

GST

रेडीमेड कपडे का बिजनेस ही नही बल्कि किसी भी प्रकार का बिजनेस के लिए GST (goods and service tax) नंबर लेना अनिवार्य कर दिया गया है. जिसे बनाना भी बेहद आसन है यहाँ तक की आप अपने मोबाइल से भी अप्लाई कर सकते है.

Trade Licence

रेडीमेड कपड़ा का बिजनेस करने के लिए ट्रेड लाइसेंस भी बनवाना बहुत जरूरी है. इस लाइसेंस को नगरपालिका जारी करता है. ये लाइसेंस उस वक्त बहुत काम आता है जब आपके बिजनेस में कोई समान एक राज्य से दुसरे राज्य जाता हो.

TIN Number

अगर आपका बिजनेस बहुत बरे स्तर का है जिसमे लाखो में transaction होता है तो आपको TIN number भी लेना होगा. यह 11 अंक का नंबर होता है जिसे कमर्शियल टैक्स डिपार्टमेंट के द्वार जारी किया जाता है. जिसके आधार पर टेक्स लिया जाता है. 

रेडीमेड कपड़े की दुकान का मार्केटिंग कैसे करें?

आप अपने बिजनेस में कितना भी खर्च कर दे उससे कोई फर्क नही पड़ेगा अगर दूकान में ग्राहक नही आया तो, इसलिए यह कहना गलत नही होगा की मार्केटिंग किसी भी बिजनेस का दिल होता है, और दिल जितना अच्छे से धरकता रहेगा बिजनेस उतना अच्छे से चलेगा. इसलिए अगर आप भी सोच रहे है की रेडीमेड कपड़े की दुकान का मार्केटिंग कैसे करें?, तो सबसे अच्छा तरीका है ऑनलाइन. क्योकि ऑनलाइन मार्केटिंग करके पूरी दुनियाँ से ऑर्डर ला सकते है.

भारत में ही नही बल्कि पूरी दुनियाँ में सबसे ज्यादा चलने वाला प्लातेफ़ोर्म facebook, youtube, instagram है. इसलिए आपको अपने रेडीमेड कपड़े का प्रचार भी इसी प्लेटफार्म पर करना चाहिए. इन ऑनलाइन प्लेटफार्म पर रेडीमेड कपड़ा का मार्केटिंग करने के लिए, सबसे पहले अपने बिजनेस के नाम पर इन प्लेटफार्म पर अकाउंट बनाना होगा. और फिर उस प्लेटफार्म पर regular new डिजाइन के कपड़ो का फोटो और विडियो डालना होगा. जैसे जैसे आपका प्लेटफार्म grow करेगा आपको ऑर्डर आना सुरु हो जाएगा.

इसके अलावा ऑफलाइन भी मार्केटिंग किया जा सकता है. ऑफलाइन मार्केटिंग करने के लिए सबसे पहले आपको समझना होगा की आप जिस gender (male/female) के लोगो का कपड़ा बेच रहे है उस तरह के लोग कहा मिलेंगे. और फिर उस जगह पर आकर्षक ऑफर वाला पर्चा छपा कर बांटना चाहिए. 

कपड़े का पैकिंग कैसे करें?

रेडीमेड कपड़ो की सबसे बरी समस्या ये है की ज्यादातर कपडे बिना बॉक्स का आता है, इसलिए आपको उसे पैक करना भी पर सकता है. हालाकि पहले कपड़ो का पैकिंग केवल एक तरीके से किया जाता था जिसमे उस कपड़ा को अच्छे से मोरा जाता था, लेकिन अब कई तरीके से कपडे को पैक किया जाता है यहाँ तक की कपड़ो को मोर-मचोर कर भी रखा जाता है. ये आज कल का फैशन है जिसे पुराने सोंच वाले accept नहीं करेंगे लेकिन ये सच है. 

इसलिए अगर आप यंग लड़को का कपड़ा रखते है तो इस तरीके को अपना सकते है लेकिन ज्यादा उम्र वाले लोगो का कपड़ा को अच्छे से प्रेस किये हुए तरीके से ही पैक करे. हालाकि जहा से आप कपड़ा खरीदेंगे वही से आपको कपड़ा को पैकिंग करने का प्लास्टिक और बॉक्स मिल जाएगा, जिसकी मदद से रेडीमेड कपड़ा को पैक कर सकते है. 

रेडीमेड कपड़े की दुकान खोलने में कितना पैसा लगेगा

अब सवाल आता है की कपड़े की दुकान खोलने में कितना खर्च आता है?, हालाकि ये इस बात पर निर्भर करता है की आप किस तरह का बिजनेस करने वाले है. अगर छोटे लेवल पर किसी gender को target करके सुरु करते है तो 25 हजार से 2 लाख का निवेश लगेगा. लेकिन अगर दोनो gender के सभी age group को target करके बिजनेस करने वाले है तो 2 लाख से 5 लाख तक का निवेश लगेगा. 

ये तो हुआ कपड़ा में निवेश जब्कि इसके अलावा और भी बहुत सारा खर्च है जैसे की दूकान का भाड़ा, interior design, फर्नीचर, पुतला इन सभी को मिला कर लगभग 20 हजार से 2 लाख तक का निवेश लगेगा. हालाकि इस प्रकार का निवेश इस बात पर निर्भर करता है की आप किस सहर में अपना बिजनेस सुरु कर रहे है.  

अगर शंक्षेप में बताए की रेडीमेड कपड़े की दुकान खोलने में कितना पैसा लगेगा.

  • कपड़ा में खर्च – 25 हजार से 5 लाख तक 
  • दूकान खर्च – 3 हजार से 20 हजार तक ( अलग अलग सहर में )
  • Interior design – 5 हजार से 50 हजार तक ( one time investment )
  • फुर्निचर – 5 हजार से 10 हजार ( कुर्सी, टेबल etc )
  • पुतला – 2 हजार से 5 हजार 
  • कुल खर्च – 40 हजार से 5.85 लाख तक.

रेडीमेड कपड़े के बिजनेस में कुल मुनाफा

कपड़ा के बिजनेस में होने वाले मुनाफा से ही ज्यादातर लोग आकर्षित होते है. इसलिए आपका जानना जरूरी है, की कपड़े के बिजनेस में कितना प्रॉफिट होता है?. वैसे तो कपड़ा के बिजनेस में 50%-60% का मुनाफा होता है लेकिन इसी मुनाफा में ट्रांसपोर्ट खर्च, दूकान का भाड़ा, सहयोगी खर्च भी निकालना होता है. इसलिए अगर इन खर्चो को निकाल दिया जाए तो एक कपड़ा पर 30%-40% का फायदा होता है.  

रेडीमेड कपड़े का बिजनेस में रिस्क

हर बींस के तरह कपड़ा के बिजनेस में भी रिस्क होता है. क्योकि कपड़ा के बिजनेस में प्रॉफिट होता है ये बात न केवल आपको पता है बल्कि सबको पता है, इसलिए इस बिजनेस में competition भी बहुत ज्यादा है. कपड़ा के बिजनेस में समस्या या रिस्क कुछ इस प्रकार है.

  • फुट फाट वाला दूकान- बहुत सारा फुटकर विक्रेता है जो होलसेल दूकान से खरीद कर फुट फाट पर सस्ता में बेचते है, जिसके कारन ग्राहक दूकान से कम और फुट फाट से ज्यादा खरीदना पसंद करते है.
  • ऑनलाइन सॉपिंग वेबसाइट – amazon, meshu जैसे website पर कपड़ा इतना ज्यादा सस्ता मिल जाता है की अब लोगो का रुझान ऑनलाइन सॉपिंग की ओर हो रहा है.
  • सॉपिंग मोल – पहले जहाँ मोल सहरो में ही होता था लेकिन अब गाव गाव में खुलने लगा है, और in मोल की खास बात ये होता है की इसमें ड्रेसिंग रूम होता है जहाँ लोग अपने पसंद के अनुसार कपड़ा खरीदते है. जो सुविधा ज्यादातर दूकान में नही होता है, इसलिए भी अब लोग सॉपिंग मोल से कपड़ा खरीदने को ज्यादा तवज्जो देते है. 

निष्कर्ष

दोस्तों मुझे उम्मीद है की इस आर्टिकल को पढ़ कर आप अच्छे से समझ गए होंगे की रेडीमेड कपड़े की दुकान कैसे खोलें?. हम अपने तरफ से इस बिजनेस से जूरी सभी जानकारी देने की पूरी कोशिस किए है, अगर फिर भी आपके मन में कोई सवाल हो तो निचे कमेंट करे. हम आपका हर संभव मदद जरुर करेंगे.

अंत में आपसे एक अनुरोध है की इस आर्टिकल को अपने दोस्तों में जरुर शेयर करे, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगो की मदद हो सके, अगर इस आर्टिकल से ज़ुरा कोई सुझाव हो आपके मन में तो उसे भी निचे कमेंट करे साथ ही आप और किस विषय पर डिटेल आर्टिकल चाहते है तो उसे भी लिखे, पूरा आर्टिकल को पढ़ने के लिए धन्यवाद.

FAQ

कपड़े की दुकान का नाम क्या रखें?

दोस्तों कपड़ो के दूकान का नाम रखते वक्त कुछ बातो का ध्यान रखे जैसे नाम छोटा हो ( एक से 2 शब्द का ) अगर लम्बा लाम हो तो उसका शोर्ट फॉर्म ही रखे. सबसे महत्वपूर्ण बात की वो नाम किसी दुसरे ब्रांड का न हो. अगर संभव हो तो ऐसा नाम रखे जिससे आपके बिजनेस का पता चले.

कम जगह में ज्यादा कपड़े कैसे रखें?

कम जगह में ज्यादा कपड़ा रखने के लिए उसे या तो फोल्ड करके रख सकते है या फिर कपड़ो को हेंगर में टांग कर रखे जिस तरह से मोल में रखा जाता है.

भारत में सबसे सस्ते कपड़े कहाँ मिलते हैं?

भारत में सबसे ज्यादा सस्ता कपड़ा दिल्ली और सूरत में मिलता है. दिल्ली के गाँधी नगर में न केवल भारत में बल्कि पुरे एशिया में सबसे सस्ता कपड़ा मीलता है. हालाकि गुजरात का सूरत सहर भी कपड़ा के लिए बहुत ज्यदा फेमस है क्योकि यहाँ सिल्क का सबसे अच्छा कपडे मिलता है.  

बिना पैसे के कपड़ों का ब्रांड कैसे शुरू करें?

बिना पैसे का कपड़ा का बिजनेस या कपड़ो का ब्रांड खोलने के लिए आपको ड्रोप शिपिंग का बिजनेस सुरु करना होगा, मतलब दुसरे के कपड़ा को बिकवाना है और फिर जब आपके पास कुछ पूंजी हो जाए तो खुद का ब्रांड बना सकते है. अब अपने ब्रांड के कपड़ा को ड्रोप शिपिंग करे, धीरे धीरे आपका ब्रांड भी बहुत पोपिलर हो जाएगा.

क्या कपड़े बेचना एक अच्छा व्यवसाय है?

जी हँ कपड़ा बेचना एक अच्छा बिजनेस है क्योकि कपड़ा के बिजनेस में आपको 50%-60% का मुनाफा होता है, लेकिन कपड़ा के बिजनेस को सुरु करने से पहले कुछ बातो को ध्यान में रखे जिसे इस आर्टिकल में बताया गया है.

सबसे महंगे कपड़े कहाँ मिलते हैं?

अगर बात करे भारत में तो, दुनिया में सबसे महंगे कपड़ो में बेबी कश्मीरी कपड़ा आता है.

सबसे अच्छा कपड़ा कौन सी कंपनी का है?

वैसे तो हर कंपनी अपने कपडे को अच्छा बोलता है लेकीन उनमे से कुछ ऐसे भी कंपनी है जो बहुत पुराना है जैसे की रेमंड, जिसकी शुरुआत 1925 में हुआ था. रेमंड का मुख्यालय मुंबई में है इन्होने इतने सालो में भारत में बहुत ज्यादा भरोषा कमाया है.

भारत का सबसे बड़ा कपड़ा बाजार कौन सा है?

भारत में ही नहीं बल्कि पुरे एशिया में सबसे बड़ा बाजार हरियाणा के शोरी बाजार को कहा जाता है. शोरी बाजार की स्थापना 1951 में हुआ था और आज के समय में लगभग 1250 से ज्यादा थोक एवं खुदरा कपड़ा का दूकान है. यही से उत्तर प्रदेश, दिल्ली, बिहार, और पुरे हरियाणा में कपड़ो का सप्लाई किया जाता है.

भारत में कपड़ा राजा कौन है?

भारत में कपड़ो के दुनिया का राजा अरविन्द लिमिटेड को कहा जाता है.

कपड़े की पहचान कैसे करें?

कपड़ो की गुणवत्ता को जाँचने के लिए कपड़ा के किनारे से फार कर देखे. अगर आराम से फट जाए मतलब इसमें कोई और फेब्रिक नही मिला हुआ है. अगर कोटन के कपड़ा को जांचना चाहते है तो उस कटे हुए टुकरा को आग लगा कर देखे, अगर तुरंत जल जाता है मतलब वो शुध कोटन है. लेकिन जलने वक्त उसमे गांठ मिल जाए तो उस कोटन में मिलावट है. 

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