सरकारी दूध डेयरी कैसे खोलें,दोस्तों हमारे प्यारे भारत में दूध की मांग आदि काल से अनंत काल तक रहने वाला है. ऐसे में अगर आप भी कोई न्या बिजनेस सुरु करना चाहते है तो दूध का बिजनेस सुरु कर सकते है. क्योकि दूध की जरूरत न केवल बच्चो को बल्कि बड़ो को भी परता है. बच्चे जहां दूध को पीते है तो वही बड़े इसका ईस्तेमाल चाय बनाने में करते है.
इसलिए आज हम आपको दूध डेयरी के बिजनेस के बारे में बताने वाले है. वैसे तो आज के समय में 20 से ज्यादा दूध डेयरी कंपनी है, जिसमे से ज्यादातर प्राइवेट डेयरी कंपनी है. लेकिन हम आपको सरकारी दूध डेयरी के बारे में बताने वाले है. सरकारी दूध डेयरी से जुरने का सबसे बरा फायदा ये है की इसके बंद होने के चांस न के बराबर है. जब्कि प्राइवेट दूध डेयरी कई आए और कई बंद भी हो गए.
इसलिए दोस्तों अगर आप भी सरकारी दूध डेयरी का बिजनेस सुरु करना चाहते है और समझ नही पा रहे है, की सरकारी दूध डेयरी कैसे खोलें तो आप बिलकुल सही जगह पर आए है. क्योकि इस आर्टिकल में डिटेल में बताया गया है की सरकारी दूध डेयरी कैसे खोलें. इसलिए अगर आप इस आर्टिकल को पूरा पढ़ते है, तो मेरा वादा है की अगले 10 मिनट में आप सरकारी दूध डेयरी के बारे में सबकुछ जान लेंगे. तो चलिए सुरु करते है.
सरकारी दूध डेयरी कैसे खोलें
दोस्तों आज हम आपको “पराग” सरकारी दुध डेयरी के बारे में बताने वाले है की पराग सरकारी दूध डेयरी कैसे खोले. हालाकि आप किसी भी प्रकार का डेयरी खोले प्रोसेस बिलकुल same होता है.
आगे बढ़ने से पहले आपसे एक छोटा सा request है की ये आर्टिकल अपने दोस्तों में जरुर शेयर करे, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगो की मदद हो सके.
Step 1
दोस्तों पराग सरकारी दुध डेयरी लेने के लिए सबसे पहले आपको आने ग्राम में एक समित बनाना होगा.
Step 2
उसके बाद उस समित का निबंधन के लिए रजिस्ट्रेसन करवाना होगा है, जिसके लिए कम से कम 41 सदस्य होना चाहिए मतलब आपको अपने समित में कम से कम 41 लोगो को जोड़ना होगा. जिससे जुरने का फीस 55 रूपए है. समित एक प्रकार का ग्रुप होता है और 41 लोगो का ग्रुप इसलिए बनाया जाता है ताकि पराग को कम से कम 41 लोगो का तो दूध मिल सकेगा. वर्ना कई बार ऐसा होता है की लोग सरकार डेयरी तो खोल लेते है लेकिन वो 2-5 लिटर भी दूध जमा नही कर पाते है
नोट : समित में जो 41 सदस्य जोरने वाले है वो एक ही परिवार के नही होने चाहिए. मतलब अगर एक घर में 5 भाई है तो उस घर से केवल एक सदस्य बन सकता है. लेकिन वो पांचो भाई अलग अलग है तो पांचो सदस्य के रूप में जुर सकते है.
नोट : समित में मिनिमम 41 सदस्य होना चाहिए लेकिन मैक्सिमम का कोई सीमा नही है. मतलब कम से कम 41 सदस्य तो होना ही चाहिए लेकिन ज्यादा से ज्यादा जितना हो उससे कोई समस्या नही है. क्योकि जितना ज्यादा होगा डेयरी वाले को उतना ही ज्यादा दूध मिलेगा.
Step 3
इसके बार अब इस 41 या उससे ज्यादा के सदस्य वाले समित में एक सचिव का चुनाव होगा और 9 सदस्यों का कमिटी बनाया जाएगा.
जिसमे सचिव का चुनाव इस अधार पर होता है की कौन सबसे ज्यादा दूध पराग डेयरी को दे सकता है. सभी सदस्य में से जो सबसे ज्यादा दूध डेयरी को देने में सक्षम है उसे सचिव बना दिया जाता है. अब सचिव का ही काम है की वो पुरे समिति के सदस्य का दूध जमा करे और पराग डेयरी के गाड़ी तक पहुचाए. साथ ही सचिव ही सभी सदस्य से 55 रूपए का एंट्री फीस लेगा और रसीद काटेगा. सचिव ही उस पैसा को बैंक में जमा करेगा और डेयरी से जब दूध का पैसा आएगा तो सचिव ही दूध के पैसा को बांकी सदस्य को बांटेगा.
Step 4
अपने ग्राम में 41 लोगो की समिति बनाने के बाद कोई भी पराग का डेयरी खोल सकता है. लेकिन हर दिन दूध जमा करके डेयरी को देना होगा जैसे ठंडी में कम से कम 40 लीटर और गर्मी में 12 लीटर दूध जमा करना होगा.
पराग डेयरी आपको 37 रूपए प्रति लीटर दूध के हिसाब से लेती है. हालाकि कोई भी डेयरी दूध का rate इस अधार पर तय करती है की उस दूध में कितना फैट है. अगर आपके दूध में ज्यादा फैट है तो आपको ज्यादा दाम मिलेगा और अगर कम फैट रहा तो कम दाम मिलेगा.
हालाकि मुझे नही पता आप इस आर्टिकल को कब पढ़ रहे है. इसलिए उस समय का रेट आप निचे दिए गए नंबर पर कॉल करके पूछ सकते है.
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Step 4
निबंधन होने के बाद सरकारी जो भी सुविधा होता है वो आपको मिलेगा जैसे की दूध नापने का मषीन, दूध रखने का बर्तन, लोन etc.
सरकारी दूध डेयरी खोलने के लिए आवश्यक समान
पराग डेयरी खोलने के लिए आपको 55 रूपए के अलावा एक रूपए का भी खर्च नही लगता है. यहाँ तक की दूध को नापने वाला सभी प्रकार का मषीन फ्री में मिलता है. हालाकि जब आप डेयरी सुरु करते है तो उस केवल लेक्टो मिटर दिया जाता है जिससे आप दूध का फैट नाप सके. लेकिन 15 दिन के बाद फैट नापने वाला मषीन भी पास कर दिया जाता है, इस मषीन को पास करने के लिए 15 हजार का security लिया जाता है जो आपको dd के रूप में जमा करना होता है.
न केवल पराग डेयरी बल्कि सभी सरकारी और प्राइवेट डेयरी में मषीन लेने का प्रोसेस बिलकुल ऐसा ही है. जो सुरु में 10,000 रूपए से 30,000 रूपए तक security जमा करवाती है. लेकिन जब आप डेयरी बंद करेंगे तो ये पैसा वापस कर दिया जाता है.
सरकारी दूध डेयरी खोलने के लिए आवश्यक डॉक्यूमेंट
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- बैंक पास बुक
- पासपोर्ट साइज फोटो
- वोटर कार्ड
दूध डेयरी में और क्या बेच सकते है
दूध डेयरी में आप दूध से बना सभी समान को रख सकते है जैसे की घी, पनीर, लस्सी, पेड़ा, मक्खन etc. अगर आप अपने डेयरी में दूध के अलावा दूध से बने समान को भी रखते है तो आपका मुनाफा भी बहुत ज्यादा बढ़ जाएगा. आप चाहे तो अपने डेयरी में पशु आहार भी रख सकते है क्योकि किशान और समित के अन्य सदस्य को अपने पशु को खिलाने के लिए पशु आहार का भी जरूरत परता है. हालाकि पराग डेयरी के तरफ से भी आपको पशु आहार मिलता है.
डेयरी फार्म के लिए लोन कैसे ले
दूध डेयरी खोलने के लिए सरकार द्वार चलाए जाने वाला 3 लाख का KCC लोन ले सकते है. इस लोन लेने के लिए आपको समिति का सदस्य होना जरुरी है जिसके बाद आप लोन के लिए अप्लाई कर सकते है. जिसके बाद बैंक उस डेयरी फार्म से पूछती है की क्या आप उसे दूध दे रहे है. इसलिए अगर आप समित का सदस्य है और आप थोरा बहुत दूध भी दे रहे है तो आराम से 3 लाख का लोन ले सकते है.
दूध का पैसा कितने दिन में मिलता है
पराग दूध डेयरी में 1-8 तारीख तक जो दूध जमा किया किया जाता है उसका पैसा 12 तारीख को, 9-16 तारीख तक जो दूध जमा किया किया जाता है उसका पैसा 30 तारीख को, 17-24 तारीख तक जो दूध जमा किया किया जाता है उसका पैसा 30 तारीख को, 25-31 तारीख तक जो दूध जमा किया किया जाता है उसका पैसा 4-5 तारीख को दिया जाता है. ये पैसा समित के खाते में जमा किया जाता है जिसे समित का सचिव सभी किसान या समित के सदस्य को उसके दूध के अनुसार से बाँट देता है.
दूध का पैसा देरी से क्यों दिया जाता है
जितना भी प्राइवेट या सरकारी डेयरी फार्म है सभी जगह पैसा देरी से ही दिया जाता है. इस देरी से पैसा देने के पीछे ऑफिसियल बयान तो ये दिया जाता है की डेयरी को हिसाब करना परता है. जिसमे समय लग जाता है लेकिन ये बात पूरी तरह से सही नही है. मेरे हिसाब से इसके पीछे 2 कारन है पहला “डर”.
डेयरी वाले डरते है की अगर किशान को पूरा पैसा तुरंत दे दिए तो सायद वो दूध देना बंद कर देंगे, इसलिए कुछ दिन का पैसा लटका कर रखते है. दूसरा कारन है की नुक्सान से बचना. क्योकि दूध फट जाता है इसलिए पहले पैसा नही देती और जो दूध फट जाता है उसका पैसा काट कर देती है.
सरकारी दूध डेयरी खोलने के लिए कुल निवेश
समित से जुड़ते के लिए जो 55 रूपए लगता है उसके अलावा सरकारी दूधडेयरी खोलने में 1 रूपए का भी खर्च नही लगता है. इस समित का जो सचिव होता है वो भी सभी समित सदस्य के एंट्री फीस को लेता है और रसीद काटता है. फिर वो पूरा पैसा अपने नजदीक के बैंक में जमा कराता है जहां उसे पासबुक मिल जाता है. जिस खाता से ही पराग डेयरी दूध का पैसा देती है.
मतलब पराग का सरकारी दूध डेयरी खोलने के लिए आपको केवल 55 रूपए लगता है इसके अलावा 1 रूपए भी खर्च नही आता है. इसके अलावा डेयरी खोलने के लिए दुकान का भाड़ा लगेगा, ऐसे में अगर आपके पास खुद का दूकान है तो आप केवल 55 रूपए में अपना डेयरी सुरु कर सकते है.
सरकारी दूध डेयरी में कितना मुनाफा होगा
दोस्तों दूध डेयरी के बिजनेस में कितना मुनाफा होगा वो इस बात पर निर्भर करता है की आप कितना दूध जमा कर पाते है. मतलब जितना आप दूध जमा करके आगे पहुचाएंगे उतना ज्यादा आपका मुनाफा होगा. डेयरी के बिजनेस में न केवल दूध बल्कि दूध से जारा सभी समान को भी बेचे और पशुआहार भी बेचे. इसतरह से आप महीने के आराम से 30 हजार से 2 लाख तक कमाई कर सकते है. लेकिन इससे ज्यादा कितना कमाई करेंगे वो आपके उपर निर्भर करता है.
सरकारी दूध डेयरी में रिस्क
जिस तरह से हर बिजनेस में फायदा और नुक्सान होता है बिलकुल वेसे ही सरकारी दूध डेयरी का भी नुक्सान है. हालाकि सरकारी डेयरी ही नही बल्कि सभी डेयरी में ये 6 तरह का रिस्क होता है. जिस वाजह से ज्यादातर लोगो को नुक्सान होता है और वो डेयरी बंद भी कर देते है. तो चलिए एक एक करके सभी को detail में समझते है.
1.मषीन का बार बार ख़राब होना
जब आप डेयरी लेते है तो 1 महिना के अन्दर आपको फैट नापने का मषीन दिया जाता है. जिसके लिए आपसे कुछ security राशी लिया जाता है जो आपको डेयरी बंद करने पर वापस मिल जाता है. लेकिन अक्सर ऐसा देखा गया है की ये माशीन पुराना मिल जाता है जिस वजह से बार बार ख़राब होता है. ऐसे में डेयरी वाला बार बार ठीक कराए या दूध बेचे और अंत में उब कर वो अपना डेयरी बंद भी कर देते है. इसलिए जब आप मषीन ले तो अच्छे से चेक करके ले अन्यथा आप मुशीबत में पर सकते है.
2.पैसा समय पर न मिलना
दूध डेयरी के बिजनेस में ऐसा कहा जाता है की जब 15 दिन दूध दे देते है तो 10 दिन का पैसा मिलता है और 5 दिन का पैसा जमा रहता है जैसे 1-8 तारीख का पैसा 12 तारीख को मिलता है और 8-12 तारीख के बिच जो दूध दिए है उसका पैसा अगले बार में दिया जाता है.
लेकिन अक्सर ऐसा देखा गया है की डेयरी के तरफ से पैसा समय पर नही मिलता है मतलब 12 तारीख के जगह 18 तारीख को पैसा आता है. जिससे सचिव परेशान हो जाता है क्योकि पूरा पैसा तो सचिव को ही देना होता है. लेकिन बांकी का सदस्य सचिव से बार बार पैसा मंगते है.
3.दूध का फट जाना
दूध डेयरी में आपको पुरे दिन का दूध जमा करना होता है और डेयरी का गाड़ी आपके पास से दूध ले जाता है. अगर डेयरी ऑफिस तक पहुचते पहुचते आपका दूध फट जाता है तो आपको उसका पैसा नही मिलता है. एक कैन में 40 लिटल दूध होता है ऐसे में अगर सप्ताह में 3-4 दिन भी दूध फट जाता है तो आपको बहुत नुक्सान हो जाएगा.
4.दूध का चोरी होना
अक्सर ऐसा देखा गया है की आप जो दूध डेयरी ऑफिस भेजते है उसे ड्राईवर चोरी कर लेता है. मतलब आप 40 लिटल का कैन भेजे है, लेकिन ऑफिस 32-35 लीटर ही दूध पहुचता है ऐसे में आपको पैसा भी 32-35 लिटल का मिलता है. अगर आप गाड़ी वाले का शिकायत भी करेंगे तो कोई नही सुनता है क्योकि ये गाड़ी contract पर होता है इसलिए डेयरी ऑफिस भी कुछ नही कर पाता है. हालाकि सभी ड्राईवर ऐसा नही करता है लेकिन कुछ कुछ ड्राईवर ऐसा होता है जो आपका दूध चोरी कर लेता है.
5.दूध का कम हो जाना
जब आप दूध डेयरी खोलते है तो सिर्फ आप ही दूध नही देते है बल्कि बांकी लोग भी आपके डेयरी में दूध जमा करते है. लेकिन बांकी सदस्य दूध देना कम कर देते है या बंद कर देते है, ऐसे में आप डेयरी ऑफिस कम दूध भेजेंगे तो आपका डेयरी बंद हो जाएगा.
6.डेयरी का गाड़ी बहुत दूर होना
दोस्तों जब भी आप किसी भी कंपनी का डेयरी खोलते है तो आप पुरे दिन का दूध जमा करते है. जिसे डेयरी का गाड़ी ले जाता है, लेकिन डेयरी का गाड़ी main highwey पर ही रहता है. मतलब आपको खुद दे अपने डेयरी का दूध highwey तक ले जाना होगा ताकि दूध गाड़ी पर लोड हो सके. ऐसे में अगर highwey आपके डेयरी सेंटर से दूर हुआ तो आपको एक्स्ट्रा खर्च उठाना होगा. इसलिए आपको वैसा डेयरी लेना चाहिए जिसका गाड़ी आपके डेयरी सेंटर के एकदम करीब आता हो.
सरकारी दूध डेयरी लेने का प्रोसेस जानने के लिए ये विडियो देख सकते है
निष्कर्ष
दोस्तों जैसे की हम आपसे वादा किए थे की इस आर्टिकल में हम आपको “सरकारी दूध डेयरी कैसे खोलें” इसके बारे में पूरी जानकारी देंगे. तो हम अपना वादा पूरा किए और अपने तरफ से पूरी जानकारी देने की कोशिस किए. जिसके अधार पर आप अपने लिए दूध डेयरी का बिजनेस सुरु कर सकते है. अगर फिर भी कोई सवाल आपके मन में हो तो निचे comment करके पूछ सकते है. हम आपके हर सवाल का जवाब देने की कोशिस करेंगे.
अंत में बस आपसे एक छोटा सा request है की इस आर्टिकल को अपने दोस्तों में जरुर शेयर करे ताकि मुझे ऐसे ही सवालों का जवाब देने की प्रेरणा मिल सके.
FAQ
पराग डेयरी का head quarter कहा है
पराग डेयरी का main ब्रांच लखनऊ है और इसका मंडल इलाहबाद में है.
क्या मुझे दूध डेयरी मिलेगा
जी हां, केवल एक condition में आपको डेयरी नही मिलेगा, जब किसी कंपनी का main डेयरी सेंटर आपके घर में 1-3 किलो मीटर के दायरे में आता हो. ऐसे में आपको वो कंपनी अपना डेयरी नही देगी क्योकि 1-3 किलो मीटर के range में वेसे भी लोग डेयरी सेंटर में जेक अपना दूध पंहुचा सकते है. तो फिर कंपनी आपको डेयरी क्यों देगी. लेकिन इस condition में जब आपके घर के 1-3 किलो मीटर में कोई main डेयरी सेंटर है तो आपको दुसरे कंपनी का डेयरी मिलेगा.
डेयरी खोलने के लिए कितने पैसे चाहिए?
अगर आप अपना डेयरी ब्रांड खोलना चाहते है तब तो 5 लाख से 30 लाख तक खर्च लग सकता है लेकिन किसी कंपनी का डेयरी खोलना चाहते है तो 5 हजार से 30 हजार में बरे आराम से खोल सकते है.
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